Pashupalan Loan Yojana: गांवों में आज भी पशुपालन एक ऐसा भरोसेमंद व्यवसाय माना जाता है जो कभी बंद नहीं होता। दूध, घी और डेयरी उत्पादों की लगातार बढ़ती मांग को देखते हुए अब सरकार और बैंक दोनों ही पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए आसान लोन उपलब्ध करा रहे हैं। पशुपालन लोन योजना 2025 (Pashupalan Loan Yojana 2025) के लिए आवेदन प्रक्रिया फिर से शुरू हो गई है। इस योजना के तहत किसान गाय-भैंस खरीदकर अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं या पहले से चल रहे पशुपालन व्यवसाय को आगे बढ़ा सकते हैं।
Pashupalan Loan Yojana
यह योजना मुख्य रूप से उन परिवारों के लिए फायदेमंद है जो डेयरी व्यवसाय से जुड़ना चाहते हैं लेकिन पूंजी की कमी के कारण शुरुआत नहीं कर पाते। सरकार और विभिन्न राष्ट्रीयकृत व निजी बैंक किसानों को आसान ब्याज दर पर लोन उपलब्ध कराते हैं ताकि छोटा किसान भी आसानी से गाय, भैंस या अन्य दुधारू पशु खरीद सके। कई ग्रामीण किसानों का कहना है कि पशुपालन लोन ने उनकी मासिक आय को दोगुना कर दिया है, क्योंकि डेयरी उत्पादों की बाजार में लगातार मांग रहती है।
Pashupalan लोन Yojana की विशेषताएँ
पशुपालन लोन योजना में कई आकर्षक सुविधाएं शामिल हैं, जिससे किसानों का आर्थिक बोझ कम होता है:
10 लाख रुपए तक का लोन बड़े पैमाने पर पशु खरीदने वालों को मिलता है।
25% से 35% तक सब्सिडी, जो बैंक और NABARD नीति के अनुसार बदल सकती है।
3 से 7 साल की लोन चुकाने की अवधि, जिससे किसान आराम से किस्त चुका सकें।
1.6 लाख रुपए तक का लोन बिना किसी गारंटी के, यानी कोई संपत्ति गिरवी नहीं रखनी पड़ती।
पशुपालन लोन पर कितनी सब्सिडी मिलती है?
सरकार इस लोन पर बेहद आकर्षक सब्सिडी भी देती है।
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP), डेयरी उद्यमिता विकास योजना (DEDS) और नाबार्ड की अन्य योजनाओं में 25% से 35% तक सब्सिडी मिलती है।
ग्रामीण क्षेत्रों और महिलाओं के लिए सब्सिडी दर और भी ज्यादा रखी गई है।
कई राज्यों की अपनी योजनाएँ भी चलती हैं जिनमें पशु खरीद, शेड निर्माण, चारा मशीन और डेयरी इकाइयों पर अतिरिक्त सहायता दी जाती है।
इस तरह, वास्तविक भुगतान राशि काफी कम हो जाती है और पशुपालन व्यवसाय शुरू करना आसान हो जाता है।
पशुपालन के लिए कौनसा बैंक लोन देता हैं?
पशुपालन व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए देश के लगभग सभी प्रमुख बैंक किसानों को विशेष लोन सुविधाएँ उपलब्ध कराते हैं। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), पंजाब नेशनल बैंक (PNB), सेंट्रल बैंक, ICICI बैंक और HDFC बैंक जैसे बड़े बैंक डेयरी, बकरी पालन, मुर्गी पालन और अन्य पशुपालन गतिविधियों के लिए आसान शर्तों पर लोन देते हैं। इसके अलावा NABARD भी अपनी समर्थित संस्थाओं के जरिए पशुपालन परियोजनाओं के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करता है।
नाबार्ड पशुपालन लोन योजना क्या है?
NABARD (National Bank for Agriculture and Rural Development) ग्रामीण किसानों के लिए विशेष पशुपालन लोन योजना चलाता है, जिसमें डेयरी, बकरी पालन, मुर्गी पालन और गाय-भैंस खरीदने के लिए कम ब्याज पर लोन मिलता है। इस योजना की सबसे खास बात यह है कि सरकार की ओर से सब्सिडी भी दी जाती है, जिससे किसानों का कुल खर्च काफी कम हो जाता है। बैंक लोन देता है और सब्सिडी सीधे NABARD की ओर से मिलती है, इसलिए यह योजना ग्रामीण युवाओं और किसानों के लिए पशुपालन शुरू करने का सबसे आसान और भरोसेमंद विकल्प मानी जा रही है।
Pashupalan Loan Yojana 2025 के लिए जरूरी दस्तावेज
बैंक आवेदन स्वीकार करने से पहले कुछ मूल दस्तावेज अनिवार्य रूप से मांगते हैं:-
आधार कार्ड और पैन कार्ड
पहचान प्रमाण (ID Proof)
निवास प्रमाण पत्र
आय प्रमाण पत्र
जमीन के दस्तावेज (यदि लागू हो)
पिछले 6 महीने का बैंक स्टेटमेंट
ITR (यदि व्यवसायिक लोन है)
पशुपालन व्यवसाय से संबंधित रिपोर्ट या योजना
पासपोर्ट साइज फोटो
सक्रिय मोबाइल नंबर
गांव के बैंक अधिकारी बताते हैं कि दस्तावेज पूरे होने पर लोन मंजूरी की प्रक्रिया काफी तेज हो जाती है।
पशुपालन लोन कैसे लें?
देश में डेयरी, बकरी पालन, मुर्गी पालन या अन्य पशुपालन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए सरकार और बैंक मिलकर किसानों को विशेष पशुपालन लोन उपलब्ध कराते हैं। इस लोन का मकसद ग्रामीण परिवारों की आय बढ़ाना और उन्हें पशुपालन व्यवसाय शुरू करने या आगे बढ़ाने में आर्थिक मदद देना है। खास बात यह है कि यह लोन किसान, पशुपालक, महिला एसएचजी और छोटे उद्यमी सभी ले सकते हैं।
पशुपालन लोन ऑनलाइन अप्लाई
Pashupalan Loan Apply Online पशुपालन लोन ऑनलाइन अप्लाई करने की प्रक्रिया अब पहले से काफी आसान हो गई है। किसान बिना बैंक जाकर सीधे अपने मोबाइल या लैपटॉप से आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले जिस बैंक से लोन लेना है, उसकी आधिकारिक वेबसाइट खोलनी होती है और कृषि या पशुपालन लोन वाले सेक्शन में जाना होता है। वहाँ एक ऑनलाइन फॉर्म दिखाई देता है, जिसमें नाम, पता, मोबाइल नंबर, आधार नंबर और पशुपालन से जुड़ी बुनियादी जानकारी भरनी होती है।
इसके बाद आधार कार्ड, बैंक पासबुक, जमीन का विवरण, आय प्रमाण पत्र और पशुपालन प्रोजेक्ट रिपोर्ट जैसे दस्तावेज स्कैन करके अपलोड करने होते हैं। फॉर्म सबमिट करते ही आवेदन नंबर मिल जाता है, जिससे आगे का स्टेटस ट्रैक किया जा सकता है। कुछ समय बाद बैंक अधिकारी फोन करके या विजिट करके जानकारी की पुष्टि करते हैं।
दस्तावेज और वेरिफिकेशन पूरा होते ही बैंक लोन स्वीकृत कर देता है और कुछ दिनों में राशि सीधे किसान के खाते में भेज दी जाती है। सही डॉक्यूमेंट होने पर पूरी प्रक्रिया जल्दी और बिना किसी परेशानी के पूरी हो जाती है।
पशुपालन के लिए लोन कैसे मिलता हैं?
लोन प्रक्रिया बेहद सरल है और ज्यादातर बैंक अब डिजिटल फॉर्म भी उपलब्ध करा रहे हैं। यहां पूरी प्रक्रिया आसान भाषा में समझें:-
नजदीकी बैंक शाखा जाएं सबसे पहले उस बैंक में जाएं जहां से आप पशुपालन लोन लेना चाहते हैं।
बैंक अधिकारी से जानकारी लें पशुपालन लोन की शर्तें, ब्याज दर और सब्सिडी के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करें।
आवेदन फॉर्म भरें बैंक से फॉर्म लेकर सावधानी से सभी जानकारी भरें।
दस्तावेज संलग्न करें आवेदन पत्र के साथ सभी आवश्यक दस्तावेज जोड़ें।
आवेदन जमा करें और जांच प्रक्रिया शुरू होगी बैंक अधिकारी आपके आवेदन और दस्तावेजों की जांच करेंगे।
लोन स्वीकृति और राशि जमा सभी जांच पूरी होने पर लोन आपके बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिया जाएगा।
कई किसानों के अनुसार, यदि दस्तावेज सही हों तो लोन 7–10 दिनों में स्वीकृत हो जाता है।



